ॐ गं गणपतये नमः
वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ:। निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ॥
भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी पर पूरे देशभर में गणपति बप्पा मोरया की धूम है,हालांकि महामारी ने इस रंग रौगन को थोड़ा फीका ज़रूर कर दिया है,लेकिन बप्पा के भक्तों ने इस महामारी को गणेश पूजा पर हावी होने नहीं दिया है,सभी अपने घरों में गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित करके उनकी पूजा में संलिप्त हैं और ये पूजा स्थापना से लेकर विसर्जन तक समान रूप से उल्लासित रहती है,तो इस तरह गणेश चतुर्थी भाद्रपद मास की चतुर्थी से लेकर चतुर्दशी तक यानि 10 दिनों तक चलता है,इसके बाद चतुर्दशी को इनका विसर्जन किया जाता है।
गणेश चतुर्थी के दिन सुबह ही स्नानादि करके गणपति के व्रत का संकल्प लें,उसके बाद दोपहर में गणपति की मूर्ति को लाल कपडे के ऊपर रखें,तत्पश्चात गंगा जल छिड़क कर उनका आह्वान करें,इसके बाद भगवान गणेश को सिंदूर ,पुष्प,दूर्वा इत्यादि चढ़ाएं और मोदक का भोग लगाएं और गणेश जी की कथा सुनें और आरती के साथ गणेश पूजा करें।
गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखना अशुभ माना जाता है,कहा जाता है कि भगवान गणेश ने चंद्रमा को एकबार शाप दिया था ‘ चतुर्थी के दिन जो भी चंद्रमा को देखेगा उसपर कलंक लगेगा ‘ और तभी से लोग चतुर्थी का चांद नहीं देखते हैं।
किसी भी वस्तु,ज्योतिष संबंधी जानकारी के लिए हमसे संपर्क करें।
Predictionsforsuccess.com
या हमारे वास्तु एक्सपर्ट Shweta Bhardwaj से बात करें।
Shweta Bhardwaj भारत की जानी मानी ज्योतिष एक्सपर्ट हैं, जो अपनी ज्योतिष विद्या से दुनिया भर में 89 देशों से 25000 से ऊपर लोगों की मदद कर चुकी हैं ।
आपके ज्योतिष विद्या के तरीक़े और उपचार इतने सटीक और कामगर हैं के आपको बहोत सारी पत्रिकाओं में स्थान दिया गया है, जिनमें से “The Economics Times” , “The Digest” , “Catch News”, “The Quint” कुछ प्रमुख नाम हैं ।
धन्यवाद्
धन्यवाद्